Saturday, 12 May 2012

LUV KUSH RAM KATHA


RAMAYAN: रावण के जन्म की कथा - उत्तरकाण्ड: अगस्त्य मुनि ने कहना जारी रखा, "पिता की आज्ञा पाकर कैकसी विश्रवा के पास गई और उन्हें अपने अभिप्राय से अवगत कराया। उस समय भयंकर आँधी चल...

RAMAYAN: रावण कुम्भकर्ण संवाद - युद्धकाण्ड

RAMAYAN: रावण कुम्भकर्ण संवाद - युद्धकाण्ड: अग्निपुत्र नील के हाथों प्रहस्त के वध का समाचार सुनते ही रावण क्रोध से तमतमा उठा; किन्तु थोड़ी ही देर में उसका चित्त उसके लिये शोक से व...

RAMAYAN: कुम्भकर्ण वध - युद्धकाण्ड

RAMAYAN: कुम्भकर्ण वध - युद्धकाण्ड: शोकमग्न रावण को धैर्य बँधाकर कुम्भकर्ण युद्धभूमि में पहुँचा। स्वर्ण कवच से सुसज्जित कुम्भकर्ण ने हाथों में विद्युत के सद‍ृश प्रकाशित भय...

RAMAYAN: त्रिशिरा, अतिकाय आदि का वध - युद्धकाण्ड

RAMAYAN: त्रिशिरा, अतिकाय आदि का वध - युद्धकाण्ड: लंकेश रावण के आज्ञानुसार उसके चार पुत्र त्रिशिरा, अतिकाय, देवान्तक तथा नरान्तक अपने दो चाचाओं महोदर एवं महापार्श्‍व के साथ युद्ध करने क...

RAMAYAN: मायासीता का वध - युद्धकाण्ड

RAMAYAN: मायासीता का वध - युद्धकाण्ड: युद्ध में चार पराक्रमी पुत्रों और दो भाइयों के मारे जाने का समाचार सुनकर रावण को बहुत अधिक दुःख और रोष हुआ। हताश होकर वह सोचने लगा कि इ...

RAMAYAN: मेघनाद वध - युद्धकाण्ड

RAMAYAN: मेघनाद वध - युद्धकाण्ड: विभीषण ने क्रोध करके अग्नि के समान बाणों की बौछार करके राक्षस सेना का विनाश करना आरम्भ कर दिया। विभीषण की बाणवर्षा से प्रोत्साहित...

RAMAYAN: रावण का युद्ध के लिये प्रस्थान - युद्धकाण्ड

RAMAYAN: रावण का युद्ध के लिये प्रस्थान - युद्धकाण्ड: अपने पुत्र इन्द्रजित की मृत्यु का समाचार सुनकर रावण दुःखी एवं व्याकुल हो विलाप करने लगा। फिर पुत्रवध के प्रतिशोध की ज्वाला ने उसे अत...